मुझे सोचना पड़ा

🌹🌹🌹WELL IT IS JUST A VERY OLD SKETCH OF “VAIJANTIMALA” AND MY FAVORITE GAZAL …..🌹🌹🌹

vbn
ख़ुद से न मिल सका तो मुझे सोचना पड़ा

देखा जो आईना तो मुझे सोचना पड़ा
ख़ुद से न मिल सका तो मुझे सोचना पड़ा

उस का जो ख़त मिला तो मुझे सोचना पड़ा
अपना सा वो लगा तो मुझे सोचना पड़ा

मुझ को था ये गुमाँ के मुझी में है इक अना
देखी तेरी अना तो मुझे सोचना पड़ा

(अना = आत्मसम्मान)

दुनिया समझ रही थी के नाराज़ मुझसे है
लेकिन वो जब मिला तो मुझे सोचना पड़ा

सर को छुपाऊँ अपने कि पैरों को ढाँप लूँ
छोटी सी थी रिदा तो मुझे सोचना पड़ा

(रिदा = घूँघट)

इक दिन वो मेरे ऐब गिनाने लगा ‘फ़राग़’
जब ख़ुद ही थक गया तो मुझे सोचना पड़ा

-फ़राग़ रोहवी

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